MPPSC Mains syllabus
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MPPSC Mains syllabus : नए सिलेबस के अनुसार करें तैयारी शानदार

MPPSC Mains syllabus :  मध्य प्रदेश राज्य सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन कराने के लिए अधिकृत आयोग ‘मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग’ (MPPSC) है। यह परीक्षा 3 चरण में होती है- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार। इनमें प्रारंभिक परीक्षा में 200-200 अंकों के दो प्रश्न पत्र होते हैं और प्रत्येक प्रश्न पत्र में 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रारंभिक परीक्षा के प्रत्येक प्रश्न पत्र के लिए 2-2 घंटे का समय निर्धारित है। प्रारंभिक परीक्षा में नकारात्मक अंकन (Negative Marking) का प्रावधान नहीं है। इस परीक्षा में पूछे जाने वाले सभी प्रश्न बहु वैकल्पिक होते हैं। इसके अलावा, मुख्य परीक्षा में कुल 6 प्रश्न पत्र होते हैं। ये सभी 6 प्रश्न पत्र वर्णनात्मक होते हैं। 4 प्रश्न पत्र ‘सामान्य अध्ययन’ से संबंधित, 1 प्रश्न पत्र ‘सामान्य हिंदी’ से संबंधित एवं 1 प्रश्न पत्र ‘हिंदी निबंध लेखन’ से संबंधित होता है। इनमें सामान्य अध्ययन के प्रथम 3 प्रश्न पत्रों के लिए 300-300 अंक निर्धारित हैं, जबकि सामान्य अध्ययन के चौथे प्रश्न पत्र एवं सामान्य हिंदी के प्रश्न पत्र के लिए 200-200 अंक निर्धारित हैं, साथ ही हिंदी निबंध लेखन के प्रश्न पत्र के लिए 100 अंक निर्धारित हैं। इस प्रकार, मुख्य परीक्षा के लिए कुल 1400 अंक निर्धारित हैं। मुख्य परीक्षा के सभी प्रश्न पत्रों के लिए समयावधि – हिंदी निबंध लेखन के प्रश्न पत्र के लिए 2 घंटे का समय निर्धारित है, जबकि शेष पाँचों प्रश्न पत्रों के लिए 3-3 घंटे का समय निर्धारित है। अंतिम चरण साक्षात्कार के लिए 175 अंक निर्धारित हैं। प्रारंभिक परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम की चर्चा हम पहले कर चुके हैं। मुख्य परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम इस प्रकार है: MPPSC राज्य सेवा मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम   प्रश्न पत्र – I सामान्य अध्ययन खण्ड “अ” 1. इतिहास और संस्कृति 1.1 विश्व इतिहास : पुनर्जागरण, औद्योगिक क्रांति इंग्लैंड की क्रांति, फ्रांस की क्रांति, रूसी क्रांति, प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध 1.2 भारतीय इतिहास : भारत का राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक इतिहास, हड़प्पा सभ्यता से 10 वीं शताब्दी तक 1.3 मुगल एवं उनका प्रशासन, मिश्रित संस्कृति का उद्भव 1.4 भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज पर ब्रिटिश शासन का प्रभाव। ब्रिटिश शासन के प्रति भारतीयों की प्रतिक्रिया: कृषक और आदिवासियों का विद्रोह, प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन/संग्राम। 1.5 भारतीय पुनर्जागरण: राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन और इसके नेतृत्वकर्ता (मध्यप्रदेश के विशेष संदर्भ में)। 1.6 गणतंत्र के रूप में भारत का उदय, राज्यों का पुनर्गठन, मध्यप्रदेश का गठन, स्वतंत्रता के बाद के प्रमुख घटनाक्रम। 1.7 मध्यप्रदेश के विशेष संदर्भ में भारतीय सांस्कृतिक विरासतः प्राचीन काल से आधुनिक काल तक विभिन्न कला प्रारूपों, साहित्य, पर्व (उत्सवों) वास्तुकला के प्रमुख पक्ष। भारत में विश्व धरोहर स्थल, मध्यप्रदेश में पर्यटन। खण्ड “ब” 2. भूगोल 2.1 भारत और विश्व भौतिक भूगोल की प्रमुख विशेषताएँ/लक्षण। 2.2 प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों का वितरण, मध्यप्रदेश के कृषि जलवायु क्षेत्र और उद्योग । 2.3 भारत और मध्यप्रदेश की जनांकिकी, मध्यप्रदेश की जनजातियां, आपदाग्रस्त जनजातियों के विशिष्ट संदर्भ में 2.4 कृषि पारिस्थितिकी और मनुष्य के लिये इसकी प्रासंगिकता, धारणीय प्रबंधन और संरक्षण, राज्य की प्रमुख फसले, कृषि जोत क्षेत्र, फसल चक्र, फसलों के उत्पादन और वितरण का भौतिक और सामाजिक पर्यावरण, राज्य में बीज एवं खाद की गुणवत्ता और आपूर्ति, कृषि के तरीके, बागवानी, मुर्गी पालन, डेयरी, मछली और पशु पालन आदि के मुद्दे एवं समस्याएँ, कृषि उत्पादन, परिवहन, भण्डारण और विपणन आदि से संबंधित समस्याएँ एवं चुनौतियाँ। मृदा: मृदा के भौतिक, रासायनिक और जैविक गुण, मृदा निर्माण की प्रक्रिया तथा मृदा के खनिज एवं कार्बनिक तत्व, भूमि की उत्पादकता बनाये रखने में इनका योगदान, मृदा और वनस्पति में आवश्यक वनस्पति पौषक, साथ ही विभिन्न लाभदायक तत्व, समस्याग्रस्त मृदा और उसके परिष्कार के तरीके, मध्यप्रदेश में मृदा क्षरण एवं ह्रास की समस्यायें, जलग्रहण आधार पर मृदा संरक्षण नियोजन। 2.5 भारत में खाद्य प्रसंस्करण और संबंधित उद्योग संभावनाएं एवं महत्व, स्थान निर्धारण, उद्योग की पूर्ववर्ती और अग्रवर्ती आवश्यकताएँ, मांग पूर्ति श्रृंखला प्रबंधन। भारत में भूमि सुधार। 3. जल प्रबंधन 3.1 भू जल और जल संग्रहण प्रबंधन। 3.2 जल का उपयोग और कुशल सिंचाई प्रणाली। 3.3 पेयजल आपूर्ति, जल की अशुद्धता के कारक और गुणवत्ता का प्रबंधन। 4. आपदा और आपदा प्रबंधन 4.1 मानव निर्मित और प्राकृतिक आपदाएँ: आपदा प्रबंधन की अवधारणाएं तथा विस्तार की संभावनाएँ, विशिष्ट खतरे और उनका शमन। 4.2 सामुदायिक योजना : संसाधन मानचित्रण, राहत और पुनर्वास, निरोधक और प्रशासनिक उपाय, सुरक्षित निर्माण, वैकल्पिक संचार और जीवन रक्षा हेतु दक्षता। 4.3 केस स्टडी: भोपाल गैस त्रासदी 1984, चेरनोबिल परमाणु संयंत्र त्रासदी 1986, उज्जैन त्रासदी 1994, कच्छ भूकंप 2001, भारतीय सुनामी 2004, फुकुसिमा डायची जापान परमाणु आपदा 2011, उत्तराखंड बाढ़ 2013, इलाहाबाद कुंभ की भगदड़ 2013, जम्मू एवं कश्मीर की बाढ़ 2014 आदि का अध्ययन। प्रश्न पत्र – II सामान्य अध्ययन खण्ड “अ” 1. संविधान, शासन व्यवस्था, राजनैतिक एवं प्रशासनिक संरचना 1.1 संविधान निर्माण समिति, भारत का संविधान प्रस्तावना, बुनियादी संरचना, मौलिक अधिकार और कर्तव्य एवं राज्य के नीति निदेशक सिद्धांत, संविधान की अनुसूचियां, संवैधानिक संशोधन, भारत के संविधान की अन्य देशों के संविधानों के साथ तुलना। 1.2 केन्द्र और राज्य विधायिका 1.3 केन्द्र और राज्य कार्यपालिका 1.4 न्यायपालिका सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय, जिला और अधीनस्थ न्यायालय, न्यायपालिका की अवमानना। 1.5 भारतीय संघ की प्रकृति, केन्द्र और राज्यों के संबंध, शक्तियों का विभाजन (केन्द्र सूची, राज्य सूची और समवर्ती सूची), संसाधनों का वितरण। 1.6 विकेन्द्रीकरण और लोकतांत्रिक शासन में जनभागीदारी, स्थानीय शासन, संविधान के 73 वें एवं 74 वें संशोधन, पंचायतें, नगरपालिकाएँ (ग्रामीण और नगरीय, स्थानीय शासन) 1.7 लोकपाल, लोकायुक्त और लोक न्यायालय, न्यायपालिका, संवैधानिक व्यवस्था के संरक्षण और प्रहरी के रूप में न्यायिक सक्रियता, जनहित याचिका । 1.8 जवाबदेही और अधिकार प्रतिस्पर्धा आयोग, उपभोक्ता न्यायालय, सूचना आयोग, महिला आयोग, मानव अधिकार आयोग, अजा/अजजा/अपिव आयोग और अन्य निवारण संस्थाएँ/प्राधिकरण पारदर्शिता और जवाबदेही, सूचना का अधिकार, सेवा प्राप्ति का अधिकार, सार्वजनिक निधि का उपयोग। 1.9 लोकतंत्र की कार्य प्रणाली : राजनीतिक दल, राजनीतिक प्रतिनिधित्व, निर्णय प्रक्रिया में नागरिकों की भागीदारी। 1.10 निर्वाचन, निर्वाचन आयोग, निर्वाचन संबंधी सुधार। 1.11 समुदाय आधारित संगठन (CBOs) और गैर सरकारी संगठनों (NGOs) का उद्भव, स्व-सहायता समूह 1.12 मीडिया की भूमिका और समस्याऐं (इलेक्ट्रानिक, प्रिन्ट और सामाजिक) 2. बाह्य और आन्तरिक सुरक्षा के मुद्दे। 3. सामाजिक और महत्वपूर्ण विधान 3.1 भारतीय समाज, सामाजिक बदलाव के एक साधन के रूप में सामाजिक विधान। 3.2 मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 3.3 भारतीय संविधान